CBSE Class 9 Hindi B व्याकरण उपसर्ग-प्रत्यय
वे शब्दांश, जो किसी शब्द के शुरू (आरंभ) में जुड़कर उसके अर्थ में परिवर्तन या विशेषता ला देते हैं, उन्हें उपसर्ग कहते हैं; जैसे उपसर्ग मूल शब्द
हिंदी भाषा में तीन प्रकार के उपसर्ग प्रचलित हैं-
(क) संस्कृत के उपसर्ग,
(ख) हिंदी के उपसर्ग,
(ग) विदेशी उपसर्ग।
(क) संस्कृत के उपसर्ग- संस्कृत के उपसर्गों को तत्सम उपसर्ग भी कहा जाता है। ये उपसर्ग प्रायः उन शब्दों के साथ जुड़ते हैं, जो संस्कृत भाषा से हिंदी में आए हैं; जैसे-
अति + आचार = अत्याचार,
दुर् + लभ = दुर्लभ
संस्कृत उपसर्गों से बना कुछ और शब्द-
(ख) हिंदी के उपसर्ग-हिंदी के उपसर्गों को तद्भव उपसर्ग भी कहा जाता है। इनका प्रयोग प्रायः हिंदी शब्दों के साथ किया जाता है; जैसे-
अध + जला = अधजला,
कु + चाल = कुचाल,
बिना + माँगे = बिनमाँगे
विदेशी उपसर्ग- इन्हें आगत उपसर्ग भी कहा जाता है। विदेशी उपसर्गों में अरबी-फारसी और अंग्रेज़ी के उपसर्गों का प्रयोग विदेशी भाषा के शब्दों के साथ किया जाता है। इस प्रकार के शब्द भी हिंदी में प्रयोग किए जाते हैं; जैसे-
ना + समझ = नासमझ,
हम + सफर = हमसफर,
हर + दम = हरदम
पाठ्यपुस्तक के पाठों में आए प्रमुख उपसर्ग युक्त शब्द
दुख का अधिकार
एवरेस्ट-मेरी शिखर यात्रा
तुम कब जाओगे, अतिथि शब्द उपसर्ग
वैज्ञानिक चेतना के वाहक चंद्रशेखर वेंकट रामन्
कीचड़ का काव्य
धर्म की आड़
शुक्रतारे के समान
विभिन्न परीक्षाओं में पूछ गए उपसर्ग संबंधी प्रश्न
प्रश्नः
- बावजूद, निस्संकोच
- वाकायदा, प्रतिक्षण
- प्रहार, अनभिज्ञ
- दुर्भाग्य, अधखिला
- सुरक्षा, आशंका
- दुर्वचन, सद्गति
- आग्रह, विगत
- निराधार, प्रतिद्वंद्वी
- निश्चल, चिरायु
- परिवर्तन, उपस्थित
- विशिष्ट, लाजवाब
- सुयश, उत्पाद
- संयोग, प्रगति
- उपहार, बेजान
- उद्घाटन, निश्चय
- अतिरिक्त, सत्कार
- धार्मिक, खुशमिज़ाज़
- विचित्र, प्रतिशत
- लाइलाज सत्कार
- अनुसंधान प्रत्युत्तर
उत्तर:
- बा + वजूद, निस् + संकोच
- बा + कायदा, प्रति + क्षण
- प्र + हार, अन + भिज्ञ
- दुर् + भाग्य, अध + खिला
- सु + रक्षा, आ + शंका
- दुर् + वचन, सद् + गति
- आ + ग्रह, वि + गत
- निर् + आधार, प्रति + द्वंद्वी
- निस + चल, चिर् + आयु
- परि + वर्तन, उप + स्थित
- वि + शिष्ट, ला + जवाब
- सु + यश, उत् + पाद
- सम् + योग, प्र + गति
- उप + हार, बे + जान
- उद् + घाटन, निस् + चय
- अति + रिक्त, सत् + कार
- धर्म + इक, खुश + मिज़ाज़
- वि + चित्र, प्रति + शत
- ला + इलाज, सत् + कार
- अनु + सत्कार, प्रति + उत्तर
II. प्रत्यय
प्रत्यय-वे शब्दांश, जो शब्दों के अंत में जुडकर शब्द के अर्थ में विशेषता या बदलाव ला देते हैं, उन्हें प्रत्यय कहते हैं; जैसे-
पर्वत (पहाड़) + ईय = पर्वतीय (पर्वत संबंधी)
कीमत (मूल्य) + ती – कीमती (मूल्यवान)
लेख (लिखा हुआ गद्य) + इत = लिखित (लिखा हुआ)
प्रतिभा (बुद्धि) + वान = प्रतिभावान (प्रतिभा से संपन्न)
प्रत्यय के भेद-प्रत्यय मुख्यतया दो प्रकार के होते हैं-
1. कृत प्रत्यय-क्रिया की मूल धातु से जुड़कर संज्ञा या विशेषण बनाने वाले प्रत्यय कृत प्रत्यय कहलाते हैं।
जैसे – पढ़ + आई = पढ़ाई, लूट + एरा = लुटेरा
(क) हिंदी के कृत प्रत्यय
(ख) संस्कृत के कृत प्रत्यय
2. तद्धित प्रत्यय-क्रिया की धातुओं के अलावा संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण आदि शब्दों के साथ जुड़कर नए शब्द बनाने वाले प्रत्यय तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं, इस कोटि के प्रत्यय दो प्रकार के होते हैं –
जैसे- महँगा + आई = महंगाई
जोश + ईला = जोशीला
कथा + कार = कथाकार
छोटा + पन = छुटपन
(क) हिंदी के तद्धित प्रत्यय-
(ख) संस्कृत के तद्धित प्रत्यय
पाठ्यपुस्तक के पाठों से लिए गए प्रमुख प्रत्यय युक्त शब्द
धूल
दुख का अधिकार शब्द
एवरेस्ट-मेरी शिखर यात्रा
तुम कब जाओगे अतिथि
वैज्ञानिक चेतना के वाहक चंद्रशेखर वेंकट रामन्
कीचड़ का काव्य
धर्म की आड़
शुक्रतारे के समान
विभिन्न परीक्षाओं में पूछे गए प्रत्यय संबंधी प्रश्न
प्रश्नः
निम्नलिखित शब्दों से मूल शब्द एवं प्रत्यय पृथक कीजिए-
- औद्योगिक …………….. ………………
- क्रोधित …………….. ………………
- वास्तविक …………….. ………………
- पढ़ाकू …………….. ………………
- अंकित …………….. ………………
- चिकनाहट …………….. ………………
- मिलान …………….. ………………
- लिखावट …………….. ………………
- आर्थिक …………….. ………………
- प्रसन्नता …………….. ………………
- समर्पित …………….. ………………
- पहाड़ी …………….. ………………
- प्रतिष्ठित …………….. ………………
- सपेरा …………….. ………………
- कालिमा …………….. ………………
- कृपालु …………….. ………………
- आनंदित …………….. ………………
- सौदागर …………….. ……………….
- नैतिक …………….. ………………
- बहाव …………….. ………………
उत्तर:
- उद्योग + इक
- क्रोध + इत
- वास्तव + इक
- पढ़ + आकू
- अंक + इत
- चिकना + आहट
- मिल + आन
- लिख + आवट
- अर्थ + इक
- प्रसन्न + ता
- समर्पण + इत
- पहाड़ + ई
- प्रतिष्ठा + इत
- साँप + एरा
- काला + इमा
- कृपा + आलु
- आनंद + इत
- सौदा + गर
- नीति + इक
- बह + आव
अभ्यास प्रश्न
प्रश्नः 1.
निम्नलिखित शब्दों में प्रयुक्त उपसर्ग पृथक कर लिखिए
- दुरुपयोग
- संपादक
- प्रत्येक
- अपवित्र
- अनुभव
- आचरण
- अनियमित
- अनुकूल
- बेजोड़
- संक्षिप्त
- आकर्षण
- संपन्न
- अनवरत
- निर्मल
- अनुवाद
उत्तर:
- दुर्
- सम्
- प्रति
- अ
- अनु
- आ
- अ
- अनु
- बे
- सम्
- आ
- सम्
- अन
- निर्
- अनु
प्रश्नः 2.
निम्नलिखित शब्दों में प्रयुक्त उपसर्ग और मूल शब्द पृथक कर लिखिए
- प्रसंग …………….. ………………
- परलोक …………….. ………………
- सुरक्षित …………….. ………………
- अनुकूल …………….. ………………
- अत्यंत …………….. ………………
- हमशक्ल …………….. ………………
- अधोगति …………….. ………………
- विक्रय …………….. ………………
- बदनाम …………….. ………………
- अत्याचार …………….. ………………
- स्वागत …………….. ………………
- अनधिकार …………….. ………………
- सहपाठी …………….. ………………
- विकार …………….. ………………
- अनुपस्थित …………….. ………………
- विकल …………….. ………………
- आजीवन …………….. ………………
- परिधान …………….. ………………
- आश्रम …………….. ………………
- विराम …………….. ………………
उत्तर:
- प्र संग
- पर लोक
- सु रक्षित
- अनु कूल
- अति अंत
- हम शक्ल
- अधः गति
- वि क्रय
- बद नाम
- अति आचार
- सु आगत
- अन, अधि कार
- सह पाठी
- वि कार
- अनु, उप स्थित
- वि कल
- आ जीवन
- परि धान
- आ श्रम
- वि राम
प्रश्नः 3.
निम्नलिखित शब्दों के प्रत्यय पृथक कर लिखिए
- गुजराती
- प्रसन्नता
- स्वतंत्रता
- शानदार
- शारीरिक
- लेखनीय
- व्यक्तित्व
- ग्रंथकार
- लाडला
- नम्रता
- राजनीतिक
- मलिन
- मासिक
- आंतरिक
- कीमती
उत्तर:
- ई
- ता
- ता
- दार
- इक
- ईय
- त्व
- कार
- ला
- ता
- इक
- इन
- इक
- इक
- ई
प्रश्नः 4.
निम्नलिखित शब्दों में प्रयुक्त और मूलशब्द लिखिए
- द्रवित …………….. ………………
- नम्रता …………….. ………………
- ईश्वरीय …………….. ………………
- सुंदरता …………….. ………………
- मनुष्यत्व …………….. ………………
- उत्साहित …………….. ………………
- देनदार …………….. ………………
- निचली …………….. ………………
- महँगाई …………….. ………………
- आकर्षित …………….. ………………
- रुकावट …………….. ………………
- सामाजिक …………….. ………………
- स्वाधीनता …………….. ………………
- अंकित …………….. ………………
- शासकीय …………….. ………………
- मलिन …………….. ………………
- चिंतित …………….. ………………
- सृजित …………….. ………………
उत्तर:
- द्रव इत
- नम्रता
- ईश्वर ईय
- सुंदर ता
- मनुष्य त्व
- उत्साह इत
- देन दार
- निचला ई
- महंगा आई
- आकर्षण इत
- रुकना आवट
- समाज इक
- स्वाधीन ता
- अंक इत
- अंक इत
- शासक ईय
- मल इन
- चिंता इत
प्रश्नः 5.
निम्नलिखित उपसर्गों से दो-दो शब्दों की रचना कीजिए
- अति …………….. ………………
- उप …………….. ………………
- प्रति …………….. ………………
- सम …………….. ………………
- ला …………….. ………………
- हम …………….. ………………
- बे …………….. ………………
- पुनर …………….. ………………
- दुस् …………….. ………………
- परि …………….. ………………
- आ …………….. ………………
- सामाजिक …………….. ………………
- अध …………….. ………………
- वि …………….. ………………
उत्तर:
- अतिरिक्त अतिशय
- उपस्थित उपचार
- प्रतिशत प्रतिकूल
- संचय संगम
- लावारिश लापरवाह
- हमराज हमसफर
- बेपरदा बेपरवाह
- पुनर्जन्म पुनर्बल
- दुस्साहस दुष्कर
- परिधान परीक्षण
- आजीवन आमरण
- अवगुण अवरोध
- अधपका अधमरा
- विशेष विचार
प्रश्नः 6.
निम्नलिखित प्रत्ययों से दो-दो शब्दों की रचना कीजिए
- आई …………….. ………………
- ता …………….. ………………
- दार …………….. ………………
- ईय …………….. ………………
- त्व …………….. ………………
- मान …………….. ………………
- कार …………….. ………………
- इक …………….. ………………
- ई …………….. ………………
- पन …………….. ………………
- आपा …………….. ………………
- आलु …………….. ………………
- आहट …………….. ………………
- इत …………….. ………………
- आस …………….. ………………
- इमा …………….. ………………
उत्तर:
- बुनाई पढ़ाई
- सफलता स्वच्छता
- पहरेदार हवादार
- भारतीय अनुकरणीय
- महत्व . गुरुत्व
- शक्तिमान श्रीमान
- पत्रकार गीतकार
- श्रमिक पारिवारिक
- अमीरी गरीबी
- अपनापन परायापन
- बुढ़ापा पुजापा
- दयालु कृपालु
- घबराहट मुसकराहट
- पुष्पित कल्पित
- प्यास खटास
- महिमा कालिमा
प्रश्नः 7.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
- आजीवन, दुर्भाग्य में प्रयुक्त उपसर्ग बताइए।
- पराक्रम, उपदेश में कौन-सा उपसर्ग है ?
- अनवरत, प्रत्येक में प्रयुक्त उपसर्ग लिखिए।
- औद्योगिक, भौतिक शब्दों के प्रत्यय और मूलशब्द लिखिए।
- संबंध, आलोक शब्दों के उपसर्ग और मूलशब्द लिखिए।
- प्रभावित, प्रामाणिक में प्रयुक्त प्रत्यय और मूलशब्द लिखिए।
- बड़प्पन, श्रीमान शब्दों के प्रत्यय और मूलशब्द बताइए।
- प्रत्याशित, मार्मिक शब्दों के मूलशब्द एवं प्रत्यय लिखिए।
- महत्त्व, उपचार शब्दों में उचित प्रत्यय लगाकर शब्द रचना कीजिए।
- ग्रंथ, कीमत शब्दों में प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँ।
- रोहन, ग्रह में उपसर्ग लगाकर शब्द बनाइए।
- कूल, अंत में उपसर्ग लगाकर शब्द बनाइए।
उत्तर:
प्रतिकूल, अत्यंत
आ, दुर्
परा, उप
अन, प्रति
उद्योग+इक, भूत+इक
सम्+बंध, आलोक
प्रभाव+इत, प्रमाण+इक
बड़ा+पन, श्री+मान
प्रत्याशा+इत, मर्म+इक
महत्वपूर्ण, औपचारिक
ग्रंथकार, कीमती
आरोहण, उपग्रह